प्रपोज डे की शायरी

मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी कमी हो तुम सिर्फ मेरा प्यार नहीं मेरी जिंदगी हो बस तुम मिल जाओ तो ये कमी पूरी हो भले थोड़ी बुरी हो, पर तुम्हारे साथ ज़िन्दगी हो

प्यार की आंच से तो पत्थर भी पिघल जाता हैं सच्चे दिल से साथ दे तोह नसीब भी बदल जाता हैं प्यार की राहों पर गर मिल जाये सच्चा हमसफ़र, तो कितना भी गिरा हुआ इंसान भी संभल जाता हैं

तुमसे मेरी हर खुशी है तुमसे ही पूरी होती हर कमी है मुझे ज़िन्दगी से बहुत प्यार है और तुमसे ही मेरी ज़िन्दगी है

दिल ये मेरा तुमसे प्यार करना चाहता हैं…. अपनी मोहब्बत का इज़हार करना चाहता है देखा हैं जब से तुम्हे मेने मेरे ए-सनम… सिर्फ तुम्हारा ही दीदार करने को दिल चाहता हैं

खुलकर ये बात स्वीकार करता हूं कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं आज प्रपोज डे है इसीलिए अपने प्यार का इजहार करता हूं I love you and happy propose day

कसूर तो था ही इन निगाहों का जो चुपके से दीदार कर बैठा हमने तो खामोश रहने की ठानी थी पर बेवफा ये ज़ुबान इज़हार कर बैठा

अपने होंठो पर मेरा नाम सजा लो दिल के किसी कोने में छुपा लो हम तो तुम्हें अपना मान चुके तुम भी मुझे अपना बना लो

गम में हंसने वालो को रुलाया नहीं जाता लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता होने वाले हो जाते हैं खुद ही अपने किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता

इजहार दिवस (प्रपोज-डे) की शायरी