क्रिकेट के दीवाने मैच से जुडी हर एक बात जानने के लिए उत्सुक रहते है की ये कैसे हुआ, क्यों हुआ और किस वजह से हुआ?. आज हम आपको एक ऐसे 22 वर्षीय खिलाड़ी के बारे में बताएँगे जिसने रनों की बारिश कर अपनी किस्मत पलट दी और अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई | और उनके प्रशंसक उनकी बल्लेबाजी से खुश होकर उन्हें बधाई दे रहे है |
तिलक का टाइम आ गया
क्रिकेटर तिलक वर्मा के लिए पिछले साल का समय बहुत ही मुश्किलों भरा था | इंजरी के कारण उन्हें जिम्बाब्वे और श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज से बाहर होना पड़ा | जिसके चलते तिलक वर्मा ने खुद से कहा था, “मेरा टाइम आएगा…”
तिलक वर्मा जब तक फिट हुए, तब तक उनकी आईसीसी रैंकिंग काफी नीचे गिर चुकी थी | यहाँ तक की बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए उनका नाम प्रारंभिक टीम में भी नहीं था | लेकिन शिवम दुबे के चोटिल होने पर उन्हें टीम में जगह मिली, परन्तु उन्हें सीरीज में मैच खेलने का मौका नहीं मिला |
सूर्यकुमार यादव ने कुर्बान की अपनी पोजीशन
उसके बाद तिलक वर्मा को साउथ अफ्रीका दौरे पर चुना गया | पहले दो टी20 मैचों में चौथे नंबर पर बैटिंग करने आये लेकिन उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा | उसके बाद तिलक वर्मा ने कप्तान सूर्यकुमार यादव से अनुरोध किया कि उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया जाए | जिसके बाद सूर्यकुमार ने अपनी पोजीशन छोड़ दी और तिलक को तीसरे नंबर पर भेजा |
तिलक वर्मा तीसरे नंबर पर बैटिंग करते हुए नाबाद 107रन बनाए, जो उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक था | इसके बाद, जोहानिसबर्ग में उन्होंने फिर से शतक बनाते हुए 120* रन बनाए | सूर्यकुमार ने कहा, “तिलक ने मुझसे तीसरे नंबर पर बैटिंग करने की अनुमति मांगी, मैंने उन्हें कहा कि वे जाकर एन्जॉय करें | मुझे विश्वास था कि वह अच्छा करेंगे.”
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर बदली किस्मत
भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला चेन्नई में खेला गया | तिलक इस मुकाबले में तीसरे नंबर पर बैटिंग करने उतरे और शानदार प्रदर्शन किया | जिसमे तिलक वर्मा ने साहसिक पारी खेलकर भारतीय टीम को 2 विकेट से जीत दिलाई |
तिलक वर्मा ने हाल ही में 318 रन बनाए हैं, जो किसी फुल मेम्बर टीम के खिलाड़ी द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन हैं। 22वर्षीय तिलक ने 107, 120, 19* और 72* रन की नाबाद पारियां खेली हैं। इनमें से 299 रन उन्होंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए हैं |