फार्मर कम्युनिटी को समर्थन देने के लिए आप यहाँ से Farmer Shayari 2024-25 Status in Hindi English न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी को लेकर कानून बनाने की मांग को लेकर 3 राज्यों के किसानो ने विरोध प्रदर्शन कर दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया है | इन किसानो की मांग है की न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाए | अगर आप किसानो के इस आन्दोलन का समर्थन करना चाहते तो यहाँ दी गई किसानो पर शायरी को सोशल मीडिया पर शेयर कर किसानो का मनोबल बढ़ाये और उनका समर्थन करे | किसान ही देश का भविष्य होता है | अगर वह न हो तो देश की प्रगति रुक जाएगी | भारत में आधी से ज्यादा आबादी कृषि पर ही आधारित है | पुरे देश को खाद्य सामग्री पहुँचाने के लिए किसान धुप हो या बरसात खेतो में कड़ी मेहनत करता है |
हमने भी कितने पेड़ तोड़ दिए
संसद की कुर्सियों में जोड़ दिए
कुआँ बुझा दिए, नदियाँ सुखा दिए
विकास की ताकत से कुदरत को झुका दिए
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Kisan Shayari in Punjabi
ਕਿਸਾਨ ਖੁਸ਼ ਹੈ, ਬਹੁਤ ਮੀਂਹ ਪੈ ਗਿਆ, ਹੁਣ ਬਾਰਿਸ਼ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ,
ਮੈਂ ਖੇਤ ਨੂੰ ਸਿੰਜਿਆ ਪਰ ਘਰ ਦੀ ਛੱਤ ਤੋੜ ਦਿੱਤੀ,
Kisan Shayari in Urdu
جب کسان بارش میں ننگے پاؤں کھیتوں میں جاتا ہے،
پھر مہکتی باسمتی آپ کے گھر آتی ہے۔
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Kisan Shayari in Haryanvi
अपना पेट काटकर जो हमे खाना खिलाये वो है किसान
और ज्यादा क्या बोलू खाना देने वाला दूसरा भगवान है किसान
Kisan Ekta Shayari in Punjabi
ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਕੁਰਸੀ ਦੀ ਫਿਕਰ ਹੈ..
ਕਿਸੇ ਵੀ ਇੱਛਾ ਲਈ..
ਅਤੇ ਇੱਕ ਕਿਸਾਨ ਪਰੇਸ਼ਾਨ ਹੈ,
ਕਰਜ਼ੇ ਦੀਆਂ ਕਿਸ਼ਤਾਂ ਅਤੇ ਰੋਟੀ ਲਈ
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Shayari For Kisan
जब किसान अपने बेटे को पढ़ाता हैं
तो कई रात वो भूखा ही सो जाता हैं
Jai Kisan Shayari
ग़रीब के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में
तभी तो भगवान खुद बिक जाते हैं बाजारों में
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Kisan Ki Shayari
क्या दिखा नही वो खून तुम्हें
जहाँ धरती पुत्र का अंत हुआ
सच को ये सच नही मान रहा
लो आँखों से अँधा भक्त हुआ
किसान पर शायरी कोट्स स्टेटस
घटाएँ उठती हैं बरसात होने लगती है
जब आँख भर के फ़लक को किसान देखता है
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Kisan Par New Special Shayari
जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है
सूखे कुएँ तुम्हारा इम्तहान बाकी है
वो जो खेतों की मेढ़ों पर उदास बैठे हैं
उनकी आखों में अब तक ईमान बाकी है
बादलों बरस जाना समय पर इस बार
किसी का मकान गिरवी तो किसी का लगान बाकी है
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Kisan Par Shayari Status For FB Whatsapp
गांव से शहर घूमने आये एक किसान ने क्या खूब लिखा है
चिन्ता वहाँ भी थी चिन्ता यहाँ भी हैं
गांव में तो केवल फसले ही खराब होती थी
शहर में तो पूरी नस्ले ही खराब है